हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बड़ा विवाद खड़ा हुआ जब कुछ यूजर्स ने दावा किया कि Ola और Uber जैसी कैब एग्रीगेटर कंपनियां iPhone और Android यूजर्स से अलग-अलग किराया वसूल रही हैं। कई यूजर्स ने स्क्रीनशॉट शेयर किए, जिनमें एक ही ट्रिप के लिए अलग-अलग फेयर दिखाए गए थे। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि सरकार को भी दखल देना पड़ा और कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। हालांकि, Ola और Uber दोनों ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
Ola और Uber ने क्या कहा?
Ola और Uber ने स्पष्ट किया है कि उनके किराए तय करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है और इसमें किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता। कंपनियों ने बताया कि कैब किराया कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे:
- यात्रा की दूरी: लंबी दूरी के लिए किराया अधिक हो सकता है।
- समय: पीक आवर्स (सुबह-शाम ऑफिस टाइम) में किराया बढ़ सकता है।
- डिमांड: ज्यादा डिमांड होने पर किराया बढ़ सकता है, जिसे ‘सर्ज प्राइसिंग’ कहा जाता है।
- ट्रैफिक: भारी ट्रैफिक वाले इलाकों में किराया ज्यादा दिख सकता है।
कंपनियों ने यह भी कहा कि वे यात्रा शुरू करने से पहले किराए की जानकारी दे देती हैं और इसमें किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता।
यूजर्स की शिकायत और सोशल मीडिया का गुस्सा
कुछ यूजर्स ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए और दावा किया कि iPhone पर वही ट्रिप Android की तुलना में महंगी दिखाई दे रही है। इससे नाराज होकर कई लोगों ने Ola और Uber की नीतियों पर सवाल उठाए।
हालांकि, कंपनियों ने इस आरोप को गलत बताया है। उनका कहना है कि किराए में बदलाव पूरी तरह से डिमांड और अन्य कारकों पर निर्भर करता है, न कि यूजर के फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम पर।
सरकार कर रही है मामले की जांच
यूजर्स की शिकायतों को देखते हुए सरकार ने इस मामले में Ola और Uber को नोटिस भेजा और जवाब मांगा है। अगर यह पाया जाता है कि कंपनियां जानबूझकर iPhone यूजर्स से अधिक किराया वसूल रही हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
क्या करना चाहिए?
अगर आप Ola या Uber से कैब बुक कर रहे हैं, तो यात्रा शुरू करने से पहले किराया चेक कर लें। अगर आपको कोई असमानता लगती है, तो आप ग्राहक सेवा से संपर्क कर सकते हैं या सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
फिलहाल सरकार इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इसका निष्कर्ष सामने आ सकता है।