आज के डिजिटल दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या होगा अगर आपका फोन खो जाए या फिर कोई चोर आपका फोन चुरा ले और उसे अनलॉक करने की कोशिश करे? अब गूगल ने इस समस्या के समाधान के लिए एंड्रॉयड फोन्स में एक नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ा है, जिसका नाम ‘आइडेंटिटी चेक’ रखा गया है। यह फीचर आपके डिवाइस की सुरक्षा को एक नए स्तर पर ले जाएगा और अनऑथराइज्ड एक्सेस से बचाएगा।
आइडेंटिटी चेक फीचर कैसे करेगा काम?
गूगल का नया आइडेंटिटी चेक फीचर एक एक्सट्रा सिक्योरिटी लेयर के रूप में काम करेगा। यह तब खासतौर पर उपयोगी होगा, जब कोई आपका फोन चोरी कर ले और आपके पासकोड, पिन या पासवर्ड की जानकारी भी रखता हो। इस फीचर के जरिए यूजर्स को सेंसिटिव डिवाइस सेटिंग्स या अकाउंट सेटिंग्स में किसी भी बदलाव के लिए पहले फिंगरप्रिंट या फेस आईडी जैसे बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को दर्ज करना होगा। इससे आपके डाटा की सुरक्षा और बढ़ जाएगी।
थिएफ्ट-डिटेक्शन लॉक और ऑफलाइन डिवाइस लॉक भी होगा शामिल
आइडेंटिटी चेक फीचर के अलावा गूगल ने दो और बड़े सिक्योरिटी फीचर्स को शामिल किया है:
- थेफ्ट-डिटेक्शन लॉक: यदि कोई चोर आपका फोन छीनकर भागता है तो यह फीचर तुरंत फोन को ऑटोमैटिक लॉक कर देगा।
- ऑफलाइन डिवाइस लॉक: अगर आपका फोन इंटरनेट से कनेक्ट नहीं है, तब भी यह लॉक हो जाएगा, जिससे इसे रीसेट करना या एक्सेस करना लगभग नामुमकिन होगा।
आइडेंटिटी चेक फीचर की खासियत
- ट्रस्टेड लोकेशन आधारित सुरक्षा: यह फीचर तब एक्टिव होगा, जब यूजर किसी अनजान लोकेशन से फोन इस्तेमाल करने की कोशिश करेगा। उदाहरण के लिए, आपका घर या ऑफिस आपकी ट्रस्टेड लोकेशन हो सकती है। अगर कोई इन लोकेशंस के बाहर आपके फोन की सिक्योरिटी सेटिंग्स में बदलाव की कोशिश करेगा, तो यह एक्सट्रा सिक्योरिटी लेयर एक्टिव हो जाएगी।
- डेटा एक्सेस को बनाएगा सुरक्षित: यह सुनिश्चित करेगा कि आपका फोन केवल अधिकृत यूजर ही अनलॉक कर सके।
- फिंगरप्रिंट और फेस आईडी का इस्तेमाल: किसी भी बड़े बदलाव के लिए अब केवल पासवर्ड ही नहीं, बल्कि बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन भी अनिवार्य होगा।
कौन-कौन से यूजर्स ले पाएंगे इस फीचर का लाभ?
फिलहाल यह फीचर केवल चुनिंदा एंड्रॉयड डिवाइसेज के लिए रोलआउट किया जा रहा है, जो Android 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रही हैं। हालांकि, उम्मीद है कि शुरुआती टेस्टिंग के बाद इसे अन्य डिवाइसेज के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि पुराने एंड्रॉयड वर्जन्स पर काम करने वाले फोन्स को भी इस फीचर का लाभ मिले।
गूगल की चोरी-रोधी रणनीति का अगला कदम
इससे पहले, गूगल ने थेफ्ट-प्रोटेक्शन टूलसेट को भी एंड्रॉयड फोन्स में इंटीग्रेट किया था, जिससे फोन चोरी होने की स्थिति में यूजर्स को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती थी। नया आइडेंटिटी चेक फीचर गूगल की इसी रणनीति का हिस्सा है, जो स्मार्टफोन सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा।
निष्कर्ष
गूगल का नया ‘आइडेंटिटी चेक’ फीचर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक बेहद उपयोगी और महत्वपूर्ण अपडेट साबित होने वाला है। इससे फोन चोरी होने की स्थिति में भी अनऑथराइज्ड एक्सेस लगभग नामुमकिन हो जाएगा। हालांकि, सभी यूजर्स को इस फीचर का लाभ मिलने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन यह स्मार्टफोन सुरक्षा को नए आयाम पर ले जाएगा।
क्या आप इस नए सिक्योरिटी फीचर को लेकर उत्साहित हैं? हमें कमेंट में बताएं!