Internet Without SIM: एलॉन मस्क की कंपनी स्पेस पिछले काफी समय से स्टारलिंक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत डायरेक्ट टू सेल टेक्नोलॉजी के माध्यम से कंपनी ने अपना पहला कंस्टेलेशन पूरा कर लिया है। यहां पर गांव क्षेत्र में रहने वाले ऐसे नागरिक, जहां पर टावर की सुविधा कम है और नेटवर्क बहुत कमजोर आता है, वहां पर भी लोगों को अपने मोबाइल में बिना कोई सिम लगाए इंटरनेट की सुविधा और कॉलिंग की सुविधा मिलेगी।
एलॉन मस्क पिछले काफी समय से इसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं और अब दुनिया भर में उनकी इस सर्विस की चर्चा हो रही है। आइए, इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
क्या होती है डायरेक्ट टू सेल टेक्नोलॉजी?
डायरेक्ट टू सेल टेक्नोलॉजी के माध्यम से आप मोबाइल फोन का उपयोग डायरेक्ट ही सैटेलाइट से जुड़ने के लिए कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई भी अलग से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने की या फिर किसी अन्य हार्डवेयर की जरूरत नहीं पड़ती है। आप अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके गांव क्षेत्र में, जहां पर किसी भी प्रकार के टावर की सुविधा नहीं है और कोई टेलीकॉम कंपनी सुविधा भी नहीं देती है, वहां पर भी इंटरनेट और कॉलिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
स्टारलिंक ने किया पहला कंस्टेलेशन पूरा
स्टारलिंक कंपनी द्वारा इस समय 20 स्टारलिंक सैटेलाइट हाल ही में लॉन्च किए गए हैं। इसमें से 13 सैटेलाइट को डायरेक्ट टू सेल टेक्नोलॉजी के अंतर्गत बनाया गया है। इन सैटेलाइट को कैलिफोर्निया से लॉन्च किया गया है। एलॉन मस्क द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन सैटेलाइट्स में बैंडविड्थ को 10 एमबीपीएस पर रखा गया है, जिसे भविष्य में बढ़ाया जा सकेगा।
कब होगी सर्विस शुरू?
अगर आप भी एलॉन मस्क की इस डायरेक्ट टू सेल टेक्नोलॉजी के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, तो शुरुआत में इसे टेक्स्ट मैसेजिंग सर्विस के साथ शुरू किया जाएगा। उसके बाद इसे वॉइस कॉलिंग के लिए शुरू किया जाएगा और अंत में इंटरनेट के लिए इसे शुरू किया जाएगा। इस टेक्नोलॉजी का उपयोग दुनिया भर के लाखों डिवाइसेज को एक साथ कनेक्ट करने के लिए किया जा रहा है।
दुनिया भर में टेलीकॉम कंपनियों से पार्टनरशिप
इसी टेक्नोलॉजी और सर्विस को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए स्टारलिंक कंपनी दुनिया भर की टॉप टेलीकॉम कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही है, जिसमें अमेरिका की T-Mobile, न्यू की One NZ, जेट जापान की KDDI, स्विट्जरलैंड की Salt कंपनी जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।