एलन मस्क की Starlink Satellite Broadband Service भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह सैटेलाइट इंटरनेट सेवा उन इलाकों में भी काम करेगी, जहां मोबाइल नेटवर्क या ऑप्टिकल फाइबर की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
कब लॉन्च होगी Starlink की सेवा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय टेलीकॉम रेगुलेटर्स जल्द ही सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। स्पेक्ट्रम आवंटन में 2G सेवा के समान प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। हालांकि, जियो और एयरटेल जैसे प्रमुख खिलाड़ी नीलामी मॉडल के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन की वकालत कर रहे हैं।
Starlink ने 2022 की शुरुआत में भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड लॉन्च करने की अनुमति के लिए आवेदन किया था। हालिया बयानों से संकेत मिलता है कि कंपनी को अधिकांश अनुमतियां मिल चुकी हैं और सेवा 2025 के शुरुआती महीनों में लॉन्च हो सकती है।
किन देशों में उपलब्ध है Starlink की सेवा?
वर्तमान में, Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा अमेरिका, यूरोप, और ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देशों में उपलब्ध है। भारत में इसे लॉन्च करने की तैयारी तेजी से चल रही है।
जियो, एयरटेल और अमेजन से टक्कर
Starlink के अलावा, जियो, एयरटेल, और अमेजन कुइपर भी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड की दौड़ में शामिल हैं। जियो और एयरटेल ने अपनी रेगुलेटरी प्रक्रिया पूरी कर ली है, जबकि Starlink और Amazon Kuiper इस रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं।
Starlink सेवा की प्रमुख विशेषताएं
- बिना नेटवर्क के कॉल और मैसेज: Starlink सैटेलाइट इंटरनेट की मदद से मोबाइल नेटवर्क की आवश्यकता के बिना कॉल और मैसेज संभव होंगे।
- दूर-दराज इलाकों में कनेक्टिविटी: यह सेवा उन क्षेत्रों में भी फास्ट इंटरनेट और नेटवर्क प्रदान करेगी, जहां पारंपरिक नेटवर्क सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं।
- नया डिवाइस खरीदने की जरूरत नहीं: Starlink की तकनीक पहले से मौजूद स्मार्टफोन्स पर काम करेगी। इसके लिए किसी नए डिवाइस की आवश्यकता नहीं होगी।
सरकार का क्या कहना है?
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि स्पेक्ट्रम आवंटन पर निर्णय जनवरी 2025 के अंत तक लिया जाएगा। यह निर्णय यह तय करेगा कि भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा आधिकारिक तौर पर कब शुरू होगी।
गेम-चेंजर साबित होगी यह सेवा
सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी का परिदृश्य बदल सकती है। यह उन इलाकों में भी निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जहां आज इंटरनेट सेवाओं की पहुंच नहीं है।
Starlink जैसी सेवा का लॉन्च न केवल टेलीकॉम इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा, बल्कि डिजिटल इंडिया की परिकल्पना को भी मजबूत करेगा।