आजकल की तेज़ जिंदगी में ग्राहक तुरंत डिलीवरी चाहते हैं, और इसी बढ़ती मांग को देखते हुए फ्लिपकार्ट ने त्वरित आपूर्ति सेवा ‘मिनट्स’ का विस्तार करने का निर्णय लिया है। यह सेवा वर्तमान में बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े शहरों में परीक्षण के दौर से गुजर रही है।
त्वरित आपूर्ति सेवाओं की बढ़ती मांग
ग्राहकों की डिमांड को पूरा करने के लिए त्वरित आपूर्ति सेवाएं जैसे ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट, जेप्टो, और बिगबास्केट पहले से ही बाजार में मौजूद हैं। फ्लिपकार्ट इस सेगमेंट में अपनी जगह बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रही है। कंपनी का उद्देश्य है कि ग्राहक की जरूरतें मिनटों में पूरी हों, खासतौर पर ग्रॉसरी और रोजमर्रा के उत्पादों की।
त्वरित वाणिज्य बाजार का भविष्य
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का त्वरित वाणिज्य बाजार वर्ष 2030 तक 40 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। 2024 में इसका आकार लगभग 6.1 अरब डॉलर होने का अनुमान है। यह डेटा दिखाता है कि इस सेगमेंट में कितनी संभावनाएं हैं।
फ्लिपकार्ट का दृष्टिकोण
फ्लिपकार्ट के कॉरपोरेट मामलों के प्रमुख रजनीश कुमार ने बताया कि कंपनी का फोकस ग्राहक-केंद्रित सेवाओं पर है। उन्होंने कहा:
“कोलकाता, दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जैसे शहरों में ग्राहक तेजी से डिलीवरी चाहते हैं। इसलिए, हम त्वरित वाणिज्य सेवा का परीक्षण कर रहे हैं और यह सेवा इन शहरों में शुरू हो चुकी है।”
ई-कॉमर्स का विस्तार
भारत में ऑनलाइन शॉपिंग का कुल बाजार अभी करीब 70 अरब डॉलर का है, जो देश के कुल खुदरा बाजार का केवल 7 प्रतिशत हिस्सा है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि 2028 तक ई-कॉमर्स का हिस्सा बढ़कर 12 प्रतिशत हो जाएगा।
फ्लिपकार्ट की तैयारी
फ्लिपकार्ट का मानना है कि भारत में खुदरा क्षेत्र में बड़े बदलाव आ रहे हैं। जैसे-जैसे डिजिटल ट्रेंड बढ़ेगा, वैसे-वैसे ग्राहक तेज़ और आसान सेवाओं की ओर आकर्षित होंगे। कंपनी का मुख्य लक्ष्य इस बदलाव का हिस्सा बनना और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देना है।
निष्कर्ष
भारत में त्वरित वाणिज्य सेवा का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। फ्लिपकार्ट का ‘मिनट्स’ सेवा के साथ इस क्षेत्र में कदम रखना यह दिखाता है कि कंपनी ग्राहकों की बदलती जरूरतों को गंभीरता से ले रही है। जैसे-जैसे फ्लिपकार्ट इस सेवा को और विस्तार देगा, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह प्रतिस्पर्धा में कितना आगे निकलता है।